22 April 2010

02 अप्रैल 2010 - बिजली की दरें 20% तक बढीं... सबसे ज्यादा बोझ घरेलू, शहरी उपभोक्ताओं पर......

''छोड़ के सियासत को कौन है यहाँ पे खुश,
हर एक की जुबान पे सवाल होएगा ।
प्रतिनिधियों को चुनने में गलती हुई है,
आम जनता को बस ये मलाल होएगा ॥
हर चीज़ की दरें जो बढ़तीं रहीं तो फिर,
जिन्न मँहगाई का हमारा काल होएगा ।
बिजली की दरें बीस प्रतिशत तक बढीं,
आम आदमी का तो जीना मुहाल होएगा ॥''

01 अप्रैल 2010 - केन्द्रीय कर्मियों को मँहगी गैस... एलपीजी सिलेंडर पर बंद होगी सब्सिडी....

''जैसे-जैसे मंहगाई बढ़ती ही जा रही, जो
यही रहा एक दिन नींद भी खो जायेगी ।
रोज़मर्रा की ज़रूरतें भी पूरी ना हुई तो,
आत्महुतियों के बीज दिल में बो जायेगी ॥
क्या पता था जिसे चुनकर भेजा सेवा हेतु,
वह टोली आँख बंद करके सो जायेगी ।
बंद सब्सिडी हुई सिलेंडर पे फिर केंद्र,
कर्मचारिओं को गैस मंहगी हो जायेगी ॥''

31 मार्च 2010 - मनरेगा घोटाला में दो पूर्व डीएम नपे.... सुल्तानपुर-चित्रकूट के दो पूर्व जिलाधिकारिओं पर कार्रवाई.....

''लोग कहें भ्रष्टाचार का ही बोलबाला यहाँ,
लगता है जैसे सच्चाई पराई हुई है ।
किसी की शिकायत करें तो करें किससे ये,
सारी की सारी व्यवस्था भाँग खाई हुई है ॥
किन्तु ऐसा नहीं अभी जिंदा है कानून क्योंकि,
भ्रष्टाचारिओं पे मुसीबत आई हुई है ।
सुल्तानपुर और चित्रकूट के थे पूर्व,
जिलाधिकारिओं पे जो कार्रवाई हुई है ॥''

30 मार्च 2010 - धमकी, अपहरण, हत्या का खेल, यह है यूपी की जेल.. यूपी की जेलें अपराधियों के लिए सेफजोन. एक साल से औचक निरीक्षण नहीं..

''धमकी, अपहरण और हत्याओं की बात,
सच मान लीजिये यहाँ पे सब खेल है ।
जैसे चोर-चोर बन जाते हैं मौसेरे भाई,
कोई शत्रुता न खूब आपस में मेल है ॥
सरकारी तंत्र की तो धज्जियाँ उड़े हैं खूब,
अपराधियों ने डाली नाक में नकेल है ।
औचक निरीक्षण तो एक साल से न हुआ,
कोई ऐसी-वैसी नहीं यह यूपी जेल है ॥''

29 मार्च 2010 - नोटों की माला अब चंदे की श्रेणी में.... राजनैतिक दलों को रिटर्न भरते समय देना होगा इसका ब्यौरा...

''जोश-जोश में प्रभाव दिखलाओगे तो फिर,
थोड़ा-थोड़ा साथ ही ये दर्द लेना पड़ेगा ।
यदि माला डाली फाँस लेगा कर का विभाग,
दलों को फँसा हुआ जहाज खेना पड़ेगा ॥
सोच-समझ के नोट माला में पिरोना क्योंकि,
लोहे का चबाना चना औ चबेना पड़ेगा ।
नोटों वाली माला आई चंदे की श्रेणी में अब,
भरेंगे रिटर्न तो ब्यौरा भी देना पड़ेगा ॥''

28 मार्च 2010 - नहीं खुला मोदी का मुँह.... घण्टों चली पूँछताछ, दुबारा जाँच एजेंसी समक्ष जा सकते हैं सीएम.....

''घण्टों जो चली है पूँछताछ ना हुआ है कुछ,
क्योंकि वहाँ पर देखे दोनों पक्ष जायेंगे ।
और जैसे जानते विरोधी, मोदी का स्वभाव,
सामने वो लेके वज्र जैसा वक्ष जायेंगे ॥
कितने ही सामने खड़े हों भले यक्ष प्रश्न,
वहाँ अनाड़ी नहीं, जबाब दक्ष जायेंगे ।
इस बार तो खुला नहीं है मोदी जी का मुँह,
दुबारा भी जाँच एजेंसी समक्ष जायेंगे ॥''

27 मार्च 2010 - बाबरी मस्जिद प्रकरण- एपीएस अंजू गुप्ता ने विशेष कोर्ट में दिया बयान....... आडवाणी जी ने जोश भरा था.......

''भाषण पे भाषण ही दिए जा रहे थे वहाँ,
भोली-भाली जनता में ऐसे रोष भरा था ।
ऐसा वातावरण जूनून का बनाया गया,
वहाँ उत्तेजनाओं से शब्दकोष भरा था ॥
हमको भी लगा था यह ठीक भी है,
निर्दोष लगते थे किन्तु दोष भरा था ।
अंजू गुप्ता ने विशेष कोर्ट में दिया बयान,
मुझमें तो आडवाणी जी ने जोश भरा था ॥''

26 मार्च 2010 - केस में फँसे बड़े नेताओं को राहत...रिट-याचिकाओं के आधार पर केस दर्ज करने का आदेश नहीं- सुप्रीमकोर्ट...

''आम व्यक्ति भले हो संदेह में गिरफ्तार,
किन्तु ये व्यवस्था सियासत में की गई है ।
कोई न आदेश दिया कहता सुप्रीमकोर्ट,
नेताओं के लिए ये ज़िम्मेदारी ली गई है ॥
वैसे भी प्रभाव वाले नेताओं पे केस दर्ज,
होते कहाँ, अब दी ये सुविधा भी गई है ।
रिट-याचिकाओं के आधार पे न केस दर्ज,
बड़े-बड़े नेताओं को राहत दी गई है ॥''

25 मार्च 2010 - खाली बैठे लड़के सीटी ही तो बजायेंगे-सपा... सफाई- सीटी बजाना मुहावरा है, अपमान नहीं......

''खाली ये दिमाग होता ही है शैतान का घर,
बोलिए बेरोजगारों को क्या समझायेंगे ।
सब महिलाएं बैठी होंगी आफिसों में और,
सारे ही पुरुष घर भोजन बनायेंगे ॥
सब-कुछ उलट-पलट होने लगेगा तो,
परिवार टूटने से कैसे रोक पायेंगे ।
रोज़गार यदि महिलाओं को मिलेंगे सब,
खाली लड़के तो फिर सीटियाँ बजायेंगे ॥''

24 मार्च 2010 - नक्सली हिंसा हुई बेलगाम... बंद के दूसरे दिन भी हत्या-अपहरण, रेल लाइन उड़ाई........

''हत्या-अपहरण, डकैती या बलात्कार,
ऐसा लगे ह़र घटना ही आम हो गई ।
कुछ लोग तो लड़ें सिद्धांत हेतु किन्तु कुछ,
के लिए तो परेशानी खामाखाम हो गई ॥
जिंदगी अमोल किन्तु आज कोई भी न मूल्य,
यह देख-देख के बुद्धि ही जाम हो गई ।
हत्या-अपराध, रेल लाइन उड़ाई खूब,
नक्सली हिंसा अब बेलगाम हो गई ॥''

23 मार्च 2010 - भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू का बलिदान दिवस......

''जिसकी धरा पे राम-कृष्ण अवतारी हुए,
पावन से भारत महान को प्रणाम है ।
वर्तमान दाँव पे लगाता जो भविष्य हेतु,
ऐसे हर उस नौजवान को प्रणाम है ॥
भारती का भाल हम झुकने न देंगे उस,
अक्खड़, अडिग स्वाभिमान को प्रणाम है ।
राजगुरू, सुखदेव, सिंह-सा भगत सिंह,
क्रांतिकारियों के बलिदान को प्रणाम है ॥''

22 मार्च 2010 - लश्कर को मिल रहा एलओसी से पैसा... व्यापारी कर रहे मदद, पांच लोगों की गिरफ़्तारी से खुला राज....

''पांच लोगों की गिरफ़्तारी से खुला ये राज,
असफलताओं के वो घाव सिल रहा है ।
सीमाओं से मिलती है दौलत अकूत इस,
ख़ातिर आतंक का चमन खिल रहा है ॥
आतंक फ़ैलाने मे ही काम आएगा ये धन,
सोच-सोच अपना कलेजा हिल रहा है ।
एलओसी पर करते हैं व्यापारी मदद,
पैसा लश्कर को सीमा से ही मिल रहा है ॥''

21 मार्च 2010 - देश की राजधानी को दिखाया पाक में.. पूर्व रेलवे ने एक विज्ञापन में भारतीय शहरों को नक़्शे में ग़लत जगह दिखाया...

''पूर्व रेलवे के विज्ञापन में हुआ ये सब,
ऐसा लगे टीम ही गँवारों की सजाई है ।
सिर्फ बोलने से कोई ग़लती सुधरती क्या,
करते ग़लत फिर दे रहे सफाई है ॥
इनकी अज्ञानता से शर्मसार हुए हम,
भारती के भाल पे ये कालिख लगाईं है ।
ग़लती है या कि जानबूझ के किया गया जो,
भारत की राजधानी पाक में दिखाई है ॥''

21 April 2010

20 मार्च 2010 - हेडली से राज खुलबायेगा भारत... चिदंबरम बोले- लश्कर आतंकी को लाना मुश्किल, पूँछताछ मुमकिन....

''असहाय लगते सियासत के लोग क्योंकि,
बोलते हैं हेडली न भारत में आएगा ।
कोशिश हमारी कि सम्भावना बनेगी यह,
भारत तो सिर्फ पूँछताछ कर पायेगा ॥
लश्कर का एक ये खूंखार है आतंकवादी,
उससे उगलवाके ही सुबूत लाएगा ।
लाना मुश्किल है कहें चिदंबरम किन्तु,
देश हेडली से सारे राज खुलवाएगा ॥''

19 मार्च 2010 - महाराष्ट्र विधानसभा पर आतंकी साया... राज्य के गृहमंत्री ने माना, पुलिस मुख्यालय पर भी हमले का अँदेशा...

''पूरा देश जूझता आतंकवाद से जो आज,
यदि राजनीतिज्ञ नहीं तो यूँ दहेगा कौन ।
वे तो मान लेते और चल जाता काम किन्तु,
आम जनता की कवि नहीं तो कहेगा कौन ॥
महाराष्ट्र की विधानसभा पे आतंकी साया,
आख़िर सियासत नहीं तो ये सहेगा कौन ।
हमले का अँदेशा है पुलिस मुख्यालय पे,
अब बतलाओ कि सुरक्षित रहेगा कौन ॥''