''जिसकी धरा पे राम-कृष्ण अवतारी हुए,
पावन से भारत महान को प्रणाम है ।
वर्तमान दाँव पे लगाता जो भविष्य हेतु,
ऐसे हर उस नौजवान को प्रणाम है ॥
भारती का भाल हम झुकने न देंगे उस,
अक्खड़, अडिग स्वाभिमान को प्रणाम है ।
राजगुरू, सुखदेव, सिंह-सा भगत सिंह,
क्रांतिकारियों के बलिदान को प्रणाम है ॥''
प्रणाम
ReplyDeleteप्रणाम
ReplyDelete