"प्रतिद्वंदिता है आडवाणी मनमोहन में,
किन्तु मन में कोई दरार नहीं चाहते ।
बोलते हैं कांग्रेस की है सिर्फ एक भूल,
अब भूल किसी भी प्रकार नहीं चाहते ॥
आरोप औ प्रत्यारोप का तो चलता है दौर,
किन्तु भावनाएं तार-तार नहीं चाहते ।
सच पूंछियेगा आडवाणी जी से अब मन-
मोहन जी और तकरार नहीं चाहते ॥"
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waah....waah......!!
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