''एक दूसरे पे टालने में सिद्धहस्त सब,
लेता नहीं कोई ज़िम्मेदारियों के भार को ।
फूल की सुरक्षा का न कोई बंदोबस्त यहाँ,
बार-बार वाही- वाही मिलती है खार को ॥
सारी जानकारी मिल जायेंगीं परन्तु इन,
नेताओं का भी कराया जाये टेस्ट नारको ।
एक बार निश्चित ही करना पड़ेगा यही,
यदि आप चाहते पकड़ना शिकार को ॥''
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