''एडीजी का मानना की पूर्व अँचल जिलों में,
कहीं ऐसी भारी कोई गड़बड़ हो न जाय ।
जब से किये हैं तीन नक्सली गिरफ्तार,
सोचते हैं कहीं गहरी ये जड़ हो न जाय ॥
छाँव जिसकी में न पनप सकता है कोई,
कहीं नक्सलीय पेड़ एक बड़ हो न जाय ।
अभी कुछ सक्रिय हुए हैं किन्तु संभव है,
कहीं पूरा क्षेत्र नक्सलीय गढ़ हो न जाय ॥''
कहीं ऐसी भारी कोई गड़बड़ हो न जाय ।
जब से किये हैं तीन नक्सली गिरफ्तार,
सोचते हैं कहीं गहरी ये जड़ हो न जाय ॥
छाँव जिसकी में न पनप सकता है कोई,
कहीं नक्सलीय पेड़ एक बड़ हो न जाय ।
अभी कुछ सक्रिय हुए हैं किन्तु संभव है,
कहीं पूरा क्षेत्र नक्सलीय गढ़ हो न जाय ॥''
bahut accha hai, sahi soch te hai aap.thanks
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