"वैसे ख़ुद को तो बतलाये निर्दोष किन्तु,
यदि चिंगारियों को दी हवा, ग़लत है ।
चर्चा में आना चाहते हैं करके विवाद,
सच पूंछियेगा तो ये रास्ता, ग़लत है ॥
माना ये कि आपकी है नज़रों में दोषी किन्तु,
जो भी दे रहे मरीज को दवा, ग़लत है ।
संसद में कितने ही दोषी बैठे हुए, यहाँ
सिर्फ एक बयान पे रासुका, ग़लत है ॥"
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