"पहले से ही हैं ये किसान परेशान क्योंकि,
खूब बरसा कहर खेत-खलिहानों पर ।
पैदा होतीं समस्याओं पे समस्यायें परन्तु,
किसी की भी दृष्टि नहीं जाती समाधानों पर ॥
देश के सियासी लोग इस पे भी गौर करें,
अंकुश लगाया जाए ऐसे अभियानों पर ।
मेहमानों को तो पलकों पे बिठलाते फिर,
बरसीं हैं लाठियाँ क्यूँ यूपी के किसानों पर ॥"
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