19 March 2009

11 मार्च 2009 - फिज़ा बिगाड़ने की कोशिश..... बारावफ़ात पर लखनऊ और बरेली में हिंसा....... 1 की मौत....

"जिन भेड़ियों के लिए हथकडियाँ ज़रूरी,
कितनी बड़ी है बेबसी वे खुले हुए हैं
इनकी रगों में देशभक्ति का नहीं है खून,
सिर्फ देशद्रोह के कीटाणु घुले हुए हैं
आत्मा भी कीचड़ में इनकी सनी हुई है,
किन्तु बाहर से ये दिखाते धुले हुए हैं
सभी चाहते हैं, हो वतन में अमन किन्तु,
यही तो फिज़ा बिगाड़ने पे तुले हुए हैं ॥"

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