19 March 2009

10 मार्च 2009 - पाक में फिर अस्थिरता के आसार... नवाज़ के बयानों को माना जा सकता है बगाबत (मलिक) 16 मार्च को प्रस्तावित है शरीफ़ की सरकार विरोधी रैली...

"नफ़रत के जो बीज दिल में पनप जांय,
फिर वाणी में मिठास घोल सकते नहीं
चलता इशारों पे हो कानून जहाँ भी वहां,
कभी सच और झूठ तोल सकते नहीं
बात पे ना कोई गौर, तानाशाही का हो दौर,
डर इतना कि मुँह खोल सकते नहीं
किसको बगावत समझ लें पता ही नहीं,
मजबूरी ये कि सच बोल सकते नहीं ॥"

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