08 February 2009

०९ फरवरी २००९ - सजने लगे तरकश....'भाजपा' के चुनावी अश्वमेघ के केन्द्र में "राम"..........पाक पर "वार" बनेगा 'कांग्रेस' का चुनावी हथियार.....

"आम जनता को लड़वाते हैं सियासी लोग,
आपस में कैसी-कैसी खिचड़ी पकाते हैं
पाँच साल तो छकाते, आता जो चुनावी दौर,
वोटरों के आगे फिर शीश भी झुकाते हैं ।।
आते हैं रिझाते, अपनापन जताते, ये
दिखाते वादा अपना हमेशा ही निभाते हैं
पलकों बिठाते, प्यार बरसाते, पिघलाते,
भोली जनता की भावनाओं को भुनाते हैं ।।"

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