"कुछ ने कहा कि अपराधी यदि संजय तो,
मान लो वो भी बना है राजनीति के लिए ।
मान या ईमान या ज़मीर या कि संस्कार,
सब-कुछ ही मना है राजनीति के लिए ॥
"श्रद्धेय अटल जी लड़े तो मैं नहीं लडूंगा",
ये तो कोरी कल्पना है राजनीति के लिए ।
किन्तु जो कहा गया, वही किया गया तो,
मानियेगा शुभ सूचना है राजनीति के लिए ॥"
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