"धोखा कहीं दे न जाए धारहीन हथियार,
जितना हो शीघ्र उसे धार देनी चाहिए !
बार-बार झगड़े को आतुर हो कोई उसे,
करने लड़ाई आर-पार देनी चाहिए !!
कोई कार्य करते समय यदि बैल कहीं,
नखरे दिखाए पैनी आर* देनी चाहिए !
झूठ ना कहावत ज़रा भी ये बुजुर्गों की,
पागल हो श्वान** गोली मार देनी चाहिए !!"
* लकड़ी में लगी कील ** कुत्ता
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment