13 January 2010

03 जनवरी 2010 - घने कोहरे में पाँच ट्रेनें लड़ीं, 10 मरे... पनकी में प्रयागराज पर चढ़ गयी गोरखधाम एक्सप्रेस......

''नया वर्ष नया उत्साह लेके आया किन्तु,
साथ-साथ हादसों ने भी किया प्रवेश है
कोख उजड़ी कितनों का सिन्दूर रहा,
आगे और जाने क्या-क्या देखने को शेष है
आम आदमी की सुरक्षा रही शेष किन्तु,
राजनीति में तो हर सुविधा विशेष है
देश में अनेक हादसे, समाधान एक,
ऐसा लगने लगा ये हादसों का देश है ॥''

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