"कहते हैं जो कि अपराध के विरोधी हम,
किन्तु दोषियों को वो प्रवेश देने लगे हैं ।
और बोलते मिलेगा भय से विहीन राज,
सोचना कि कैसा परिवेश देने लगे हैं ॥
विवादित व्यक्ति को तो साथ लिए हैं परन्तु,
देश को सौहार्द का संदेश देने लगे हैं ।
ये भी नहीं जानते कि ख़ुद कितने कुशल,
पर दूसरों को उपदेश देने लगे हैं ॥"
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