20 March 2009

20 मार्च 2009 - 0.44 पर पहुँची महंगाई..... डरावनी आशंकाओं के बीच बाज़ार ने दिए स्थिरता के संकेत.......

" चुका है जिसकी चपेट में सम्पूर्ण विश्व,
हमें मंदी की वो तरुणाई, मार डालेगी
कल्पना सा लगता है परिवार को चलाना,
कितनी बड़ी है कठिनाई, मार डालेगी
रोज़गार वाले भी बेरोजगार हो चुके हैं,
हो रही जो मंदी से लड़ाई, मार डालेगी
जिंदगी तो अपनी है यूँ ही दुश्वार अब,
ऊपर से बढ़ी महंगाई, मार डालेगी ॥"

No comments:

Post a Comment