17 February 2009

१७ फरवरी २००९ - आधी ग़रीबी ख़त्म करने और हर साल १ करोड़ २० लाख नए रोज़गार की बात.... बजट के वादे जो बन सकते हैं कांग्रेस के चुनावी नारे.....

"इतनी मेहरबानी मत कीजिये ज़नाब,
कारनामे देखे हर एक सरकार के
जनता को सपने दिखाओ मत और, क्योंकि
आप बोलते हो लाभ सोच के विचार के ।।
गरीबी मिटायेंगे या फिर रोज़गार देंगे,
जानते हैं सब हथकंडे हैं प्रचार के
कितने बेरोज़गार आत्महत्या कर चुके,
और यहाँ होते रहे वादे रोज़गार के ।।"

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