17 February 2009

१५ फरवरी २००९ - खूब लगा पहरा.... प्यार भी हुआ गहरा....

"कितने दिवाने हुए भारतीय नौजवान,
हर किसी पर प्रेम का सुरूर छाया है
बैलेंटाइन डे पे अश्लीलता दिखे ऐसा,
संस्कारवादियों ने हौसला दिखाया है ।।
ये विदेशी सभ्यता है, रोकने के ही निमित्त,
प्रेम के पुजारियों पे पहरा लगाया है
सच ये ज़माना चाहे पहरे बिठाले लाख,
किन्तु प्रेमियों को भला कौन रोक पाया है ।।"

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